13. मीडियम की विशेषताअों का पूरा-पूरा इस्तेमाल करें
विज्ञापन के हर एक मीडियम की अपनी-अपनी विशेषताएँ और सीमाएँ हैं। आपको बड़ी समझदारी से इन सबका आकलन करने के बाद ही अपना फैसला लेना चाहिए। यहाँ यह समझना जरूरी है कि इसके लिए कोई बँधा-बँधाया फॉर्मूला नहीं है कि यही एक मीडियम सभी तरह के बिज़नेस वालों के लिए सबसे बढ़िया है या बेकार है। जैसे सब व्यावसायों की अपनी-अपनी ऑडियंस है, अलग-अलग प्रोफाइल है, ठीक वैसे सब मीडियम भी अलग-अलग ढंग से आपके काम आ सकते हैं। आप इसके लिए किसी अनुभवी ऐक्सपर्ट की सलाह भी ले सकते हैं।
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- विज्ञापन से आपको सेल चाहिए या अपना नाम?
- आपके संभावित ग्राहक की पसंद का मीडियम चुनें
- अपने ग्राहक से उसी के अंदाज़ में संवाद करें
- ऑडियंस की बड़ी सँख्या नहीं बल्कि गुणवत्ता पर फोकस करें
- फोकस्ड ऑडियंस और फोकस्ड मीडियम
- विज्ञापन का खर्चा और उसकी वसूली
- अपने संदेश पर फोकस बनाए रखें
- अपने ग्राहक के दिलो-दिमाग पर छा जाएँ
- आपका विज्ञापन कहीं पानी का बुलबुला तो नहीं?
- नए-नए प्रयोग करके आप दूसरों से आगे रहिए
- मीडियम के साथ आपकी ऑडियंस की सहजता को महत्व दें
- सोशल मीडिया का सहारा बहुत जरूरी है
- मीडियम की विशेषताअों का पूरा-पूरा इस्तेमाल करें
- ग्लोबल सर्च इंजनों से आपके विज्ञापनों को कैसी मदद मिल सकती है?
- सोशल मीडिया मार्केटिंग खुद ही करने की गलती ना करें!