अजमेर की टॉप 10 स्वीट्स जो आपको यहाँ जरूर खानी चाहिए
बेशक ये मिठाईयाँ अजमेर के अलावा भी कई जगहों पर मिलेंगीं, लेकिन आप कभी इन्हें अजमेर में चखकर देखिए, दीवाने हो जाएंगे।
यह सही है कि मिठाई हर खाने को संपूर्णता प्रदान करती है, लेकिन मिठाई ऐसे ही भी खाई जाती है। मौकों पर तो खाई ही जाती है, बेमौका भी उड़ाई जाती है। हर जगह की मिठाई की अपनी अलग ही विशेषता होती है। और जब बात हो अजमेर जैसे खाने-पीने के शौकीन लोगों के शहर की तो उम्मीदें बढ़ जाना स्वभाविक ही है।
अजमेर में ऐसी बहुत सी मिठाईयाँ मिलती हैं जो वैसे तो आप कहीं भी खा सकते हैं लेकिन कुछ मिठाईयों का स्वाद जो आपको अजमेर में मिलेगा, वह दुनिया में कहीं और नहीं मिलेगा। फिर कुछ मिठाईयाँ तो यहाँ की स्पेशिलिटी हैं जिन्हें आप सिर्फ अजमेर में ही पाएंगे और ये मिठाईयाँ अब यहाँ की पहचान बन चुकी हैं। इन्हीं की मिठास के पाश में बंधे लोग दूर-दूर से अजमेर चले आते हैं या फिर जैसे ही अजमेर का नाम उन्हें याद आता है तो बरबस ही मुँह में पानी भी आ जाता है। इन लाजवाब मिठाईयों की लंबी सूची में से टॉप 10 मिठाईयाँ चुनकर हम यहाँ बता रहे जो आपको अजमेर में जरूर खानी चाहिए।
- सोहन हलवा: अब कुछ लोग इसे सोहन हलवा बोलते हैं और कुछ सोन हलवा, पर अजमेर शहर की इस खास सौगात को सब खाते एक ही चाव से हैं। शुद्ध देसी घी में बना सोहन हलवा जिसे बादाम, पिस्ते, अखरोट जैसे मेवों की टॉपिंग और भी अालीशान मिठाई बना देती है, अजमेर घूमने आए हर व्यक्ति के साथ वापस एक सौगात के रूप में जरूर साथ जाता है।
- मालपूड़े: जहाँ बाकी जगह इस मिठाई को मालपूए कहा जाता है, वहीं अजमेर (पुष्कर) के मालपूड़े, बाकी जगहों के मालपूओं पर भारी पड़ जाते हैं। अजमेर के जिस दुकान पर गर्मागर्म मालपूड़े उतारे जा रहे हों, उस दुकान के अागे से बिना मालपूड़े खाए निकलने के लिए बहुत कड़ा कलेजा चाहिए। किसी भी मिठाई के शौकीन के लिए ताजे-ताजे 3-4 मालपूड़े खा जाना आम बात है।
- कराची हलवा: बचपन में हम इसे रबर हलवा और अब कई बार इसे जैली हलवा भी बोल देते हैं पर इसका ज़ायका ऐसा है कि आप इसे खाने के पहले भी खा सकते हैं और खाने के बाद भी। इसके तीखे और चटख – हरा, लाल, नारंगी – रंग इसे मिठाई की दुकानों में ऐसा उबार के दिखाते हैं कि लेने को मन लालायित हो ही जाता है।
- घेवर: हालाँकि यह राखी और गणगौर जैसे त्योहारों पर विशेष रूप से बनाया जाता है लेकिन अजमेर में कुछ दुकानों पर मावा घेवर, सादा घेवर साल के बारहों महीने मिलता है। आजकल तो अजमेर में शादियों में स्वीट डिश के तौर पर मावा-मलाई युक्त घेवर रखने का चलन सा ही हो गया है।
- मावे की कचौरी: हालाँकि अजमेर की कढ़ी कचौरी स्ट्रीट फूड्स के रूप में बहुत प्रचलित है लेकिन यहाँ की मावे की कचौरी भी कुछ कम नहीं है। अजमेर की कुछ दुकानें तो उनके यहाँ बनी मावे की कचौरी की वज़ह से ही मशहूर हैं। मेवे और मावे के से भरपूर इस शाही कचौरी में चाशनी भर कर जब खाया जाता है तो ज़ुबान से लेकर गला और पेट तक सब मिठास से भर जाता है।
- जलेबी: कई लोगों के लिए स्वीट डिश तो अजमेर के कई लोगों के लिए नाश्ता ही जलेबी का होता है। सुबह-सुबह, 6 बजे से दुकानों पर गर्मागर्म जलेबी खाने वाले अजमेर में बहुत से मिल जाएंगे। इसे गर्म दूध में डालकर कर खाने का भी अपना ही अलग मज़ा है। इसीलिए अाजकल सर्दियों में होने वाली हर शादी की दावत में आपको जलेबी और दूध का नाश्ता जरूर मिल जाएगा।
- गजक: कई जगहों पर इसे चिक्की या पट्टी भी कहा जाता है पर जिसने भी एक बार अजमेर की गुड़-तिल या चीनी-तिल की गजक चख ली, वो कहीं की भी गजक पसंद नहीं कर सकता। फिर वो चाहे दिल्ली की बादाम-पिस्तों-ड्राई फ्रूट्स वाली गजक के लड्डू हों या लोनावला की चिक्की, अजमेर की खस्ता गजक के आगे कुछ भी नहीं।
- काजू कतली: यह एक ऐसी मिठाई है जिसके बिना कोई त्योहार, शुभ काज, शादी-ब्याह शायद संपन्न हो ही नहीं सकता। सेहत के लिए सबसे ज़्यादा सुरक्षित और जिसमें किसी मिलावट की भी कोई गुंजाइश नहीं। अजमेर में शायद ही कोई ऐसी मिठाई की दुकान होगी जहाँ आपको काजू कतली ना मिले।
- पतीसा: या सोन पपड़ी, एक और बहुत प्रचलित मिठाई जिसे हर कोई खाना पसंद करता है। यह भी एकदम सुरक्षित मिठाई है जिसमें किसी तरह की कोई मिलावट होने की कोई संभावना नहीं होती। इसे आप हफ्ता-दस दिन तक आराम से रख सकते हैं। बस, खाते हुए ज़रा ध्यान से खाइए क्योंकि जब यह टूटकर बिखरता है तो इसे संभालना मुश्किल है।
- मावे की बर्फी: सबसे ज़्यादा चलने वाली मिठाई जिस पर अजमेर में जमकर प्रयोग किए जाते हैं, कोई इसे सादा बना कर सिर्फ चाँदी का वरक चढ़ा देता है तो कोई उसके ऊपर पिस्ते-मेवे-बादाम की कतरन चिपका देता है। कोई इसे आधा चॉकलेट से बनाता है तो कोई किसी और रंग से इसे सजाता है। बहरहाल मावे की बर्फी अजमेर में साल के बारहों महीने, यहाँ की हर दुकान पर मिलेगी।
इन टॉप 10 मिठाईयों के अलावा भी बहुत सी ऐसी मिठाईयाँ हैं जो अजमेर का अपना ही स्वाद लिए हुए हैं जैसे, यहाँ की नारीयल कि बर्फी, गोंद के लड्डू, बेसन के लड्डू, केसर पेठा, तिल पपड़ी आदि। बेशक ये मिठाईयाँ अजमेर के अलावा भी कई जगहों पर मिलेंगीं, लेकिन आप कभी इन्हें अजमेर में चखकर देखिए, दीवाने हो जाएंगे।