अपने लिए सबसे बढ़िया सनग्लासेस कैसे खरीदें
ब्रांडेड सनग्लासेस बहुत कीमती तो होते हैं लेकिन यह कीमत आप सिर्फ फैशन के लिए या स्टाइल के लिए ही नहीं देते हैं, बल्कि आपकी आँखों की सुरक्षा के लिए देते हैं।
सनग्लासेस या धूप का चश्मा आपके लिए एक फैशन ऐक्सेसरी का काम भी करता है और यह आपकी पर्सनैलिटी का – आपका स्टाइल स्टेटमेंट भी होता है। परन्तु सिर्फ एक फैशन ऐक्सेसरी के अलावा सनग्लासेस की जो सबसे उपयोगी भूमिका है वो है सूरज से निकलने वाली हानिकारक UV Rays (अल्ट्रा वॉयलेट किरणों) से आपकी आँखों की सुरक्षा करना, वातावरण की धूल-मिट्टी को आँखों में पहुँचने से रोकना, सूरज की तेज रोशनी से रेटिना को बचाना।
[सनग्लासेस के सही साइज़ का पता कैसे लगाएं]
एक बढ़िया सनग्लासेस खरीदने के लिए उसके ब्रांड और कीमत आदि तय करने से पहले आपको इन जरूरी पहलूओं को देख लेना चाहिए-
- UV प्रोटेक्शन: एक फैशन एेक्सेसरी के तौर पर चश्मा खरीदने से पहले यह जरूर सुनिश्चित कर लीजिए कि यह अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से आपकी आँखों की सुरक्षा करने में 100% समर्थ हो (कम से कम 99% UVA किरणें और 95% UVB किरणें)।
खासकर गर्मियों में, तीखी धूप के समय अल्ट्रा वॉयलेट किरणें आपकी आँखों के लिए अत्यंत घातक हो सकती हैं और मोतियाबिंद और यहाँ तक कि कैंसर का कारण तक हो सकती हैं। जहाँ तक हो सके, ‘UV 400’ मार्का वाला चश्मा ही चुनें जोकि सब UVA और UVB किरणों को रोक सकता है। - ग्लेयर प्रोटेक्शन: सूर्य की तेज रोशनी से, पानी, काँच, बर्फ या सफेद पत्थरों से परावर्तित होने वाली चौंधियाने वाली रोशनी से बचाने के लिए सिर्फ गहरे रंग के काँच के चश्मा काम नहीं आता। इसके लिए आपको विशेषरूप से बने पोलेराइज़्ड लेंस से बना चश्मा लेना चाहिए।
- लेंस का मैटेरियल: लेंस हल्के, स्क्रेचप्रूफ और बेहतर ऑप्टिकल क्वालिटी के मैटेरियल से बने होने चाहिए। काँच के लेंस सबसे बढ़िया ऑप्टिकल क्वालिटी के होते हैं लेकिन ये भारी, महँगे और बहुत नाजुक होते हैं। इनकी तुलना में NXT पॉलीयूरिथेन लेंस जोकि पॉलीकार्बोनेट से बेहतर ऑप्टिकल क्वालिटी, हल्के और स्क्रेचप्रूफ भी होते हैं और इसीलिए ये पॉलीकार्बोनेट लेंस से महँगे भी होते हैं। फिर सबसे सस्ते और सिर्फ चलताऊ फैशन के लिए आप ऐक्रिलिक से बने लेंस भी ले सकते हैं।
- लेंस का कलर शेड: यह सिर्फ रंग की पसंद की बात ही नहीं है बल्कि एक बढ़िया सनग्लासेस खरीदने का बहुत महत्वपूर्ण पहलू भी है। हालाँकि पोलेराइज़्ड लेंस तेज़ रोशनी से बचने के लिए सबसे अच्छे रहते हैं, लेकिन वो महँगे होते हैं इसलिए आप सही शेड को चुन कर भी किसी हद तक तेज़ रोशनी से होने वाले खतरों से बच सकते हैं। जैसे ग्रे रंग के लेंस रंगों के कॉनट्रास्ट को कम किए बिना रोशनी को मद्धम कर देते हैं वहीं नीले और हरे रंग के लेंस रंगों के कॉनट्रास्ट को और भी बढ़ा देते हैं। भूरे रंग के लेंस रोशनी भी कम करते हैं, साथ ही नीले रंग को भी कम करते हैं, वहीं पीले रंग के लेंस नीली रोशनी को बिल्कुल रोक देते हैं और रंगों का कॉनट्रास्ट बढ़ा देते हैं। चूंकि अलग-अलग रंग की अपनी-अपनी खासियत है, इसलिए आप सोच-समझ कर लेंस के रंग को चुनें। आप दो रंगों वाले शेडेड (ग्रेडियेंट) लेंस भी ले सकते हैं।
- फ्रेम का नाप: फैशन की आती-जाती लहर को अगर नज़रअंदाज़ कर दें तो फ्रेम का नाप आपके चेहरे के नाप से बहुत बड़ा या बहुत छोटा नहीं होना चाहिए। अपने लिए सही नाप का फ्रेम चुनने के लिए आपको कई फ्रेम अपने चेहरे पर पहन कर देखने चाहिए, किसी और को पहना कर देखने से आप गलत नाप का फ्रेम चुन सकते हैं। सही आकार चुनने के लिए टेंपल (चश्मे की कमानी), आय साइज़ और ब्रिज (दोनों लेंसों को जोड़ने वाला हिस्सा जो नाक पर फ्रेम को टिकाता है) के साइज़ पर ध्यान देकर फ्रेम चुनिए।
- फ्रेम का आकार: आप अपने चेहरे के आकार के हिसाब से और अपनी जरूरत के हिसाब से एवियेटर, वेफेयरर्स, राउंडेड, कैट-आय, रैक्टेंगल, ओवल शेप, रैपअराउंड या आेवरसाइज़ शेप का फ्रेम चुन सकते हैं। सही नाप और आकार से ही सनग्लासेस की सही फिटिंग बैठती है।
- फ्रेम का मैटेरियल: पतले, चौड़े, पूरे या आधे या बिना रिम वाले, मैटल, टाइटेनियम, पॉलीकार्बोनेट आदि के बने कई तरह के फ्रेम बाज़ार में उपलब्ध हैं। मैटल के फ्रेम नाजुक, शालीन और महँगे होते हैं जबकि पॉलीकार्बोनेट के फ्रेम मजबूत और थोड़े सस्ते भी होते हैं। इससे थोड़े महँगे नायलोन के फ्रेम रहते हैं लेकिन ये अपने लचीलेपन के कारण बड़े टिकाऊ रहते हैं। फिर अंत में एसीटेट के फ्रेम रहते हैं जो लगभग प्लास्टिक ही है, इसके फ्रेम सबसे सस्ते लेकिन सबसे ज़्यादा रंगों और टेक्स्चर के विकल्प लिए होते हैं।
तो अब आप जब भी सनग्लासेस लेने के लिए जाएं तो सबसे पहले ब्रांड ना पसंद करने लग जाएं कि आपको रे-बैन ही लेना या फास्टट्रैक ही लेना है या आेकले, विनसेंट चेस, ली कूपर, बॉश एंड लॉम्ब, गुच्ची, वर्साचे, कैरेरा, पोलेरॉयड या कोई और ही लेना है। ना ही पहले से ही कीमत देखना शुरू कर दें कि यह 500 रुपये का है या 1000 का या 5000 या 10000 रुपये का…।
इनसे पहले ऊपर दिए बिंदुओं पर विचार करके ही आप अपने लिए सबसे बढ़िया सनग्लासेस खरीद सकेंगे और तभी उसकी सही कीमत का अंदाज़ा लगाते हुए आप दुकानदार से बारगेन करके स्मार्ट खरीददारी कर सकेंगे।
मॉडल: संगीता मनवानी