यहाँ हम आपको ‘आपके लिए सबसे बढ़िया’ लैपटॉप चुनने में मदद करने के लिए ये 15 बिन्दु बता रहे हैं ताकि आपके पैसे की पूरी-पूरी वसूली हो सके।
बाज़ार में ऐसे ही बहुत सारे लैपटॉप ब्रांड उपलब्ध हैं, फिर उनके विभिन्न मॉडल्स और उनके स्पेसिफिकेशन्स में कस्माइज़ेशन की सुविधा से आज एक बढ़िया या ‘सबसे बढ़िया’ लैपटॉप खरीदना बड़ा कठिन काम हो गया है।
सबसे पहले तो यह समझ लेना जरूरी है कि सबसे बढ़िया का मतलब सबसे महँगा या सबसे पावरफुल या सबसे ज़्यादा फीचर्स वाला या एकदम लेटेस्ट से नहीं है लेकिन यह आपके लिए एकदम उपयुक्त और उपयोगी होना चाहिए। तो इससे पहले कि आप बाज़ार में लैपटॉप ढूँढ़ने निकल पड़ें, यह जरूरी है कि आप अपनी जरूरत और अपने बजट को तय कर लें। इससे आपकी खोज भी सीमित रहेगी और आपका समय और मेहनत भी बचेगी।
बिना तकनीकी बारीकियों में घुसे, मोटे से तौर पर लैपटॉप के उपयोग के आधार पर हम इसे हम पाँच वर्गों में बाँट सकते हैं-
i) सैकेण्डरी पीसी के रूप में या हल्का-फुल्का काम करने के लिए: अपने परिवार के सदस्यों/बच्चों/बुज़र्गों के लिए नेट सर्फिंग करने, इमेल करने, चैट करने, ऑनलाइन शॉपिंग, बिल पेमेंट आदि के लिए उपयुक्त
ii) मल्टी पर्पज़ या आल-इन-वन: सोशल नेटवर्किंग, डिजिटल फोटोज़ को संभालने और उनको शेयर आदि करने, म्यूज़िक और वीडियोज़ को स्टोर करने और उनको मैनेज करने, छोटे-मोटे डॉक्यूमेंट्स या नोट्स बनाने आदि वाला
iii) प्रोडक्टिव बिज़नेस टूल के रूप में: आपके बिज़नेस के उपयोगी डॉक्यूमेंट्स, स्प्रेडशीट्स, डेटा को मैनेज करना, थोड़ा तेज़ प्रोसेसर और ठीक-ठाक बैटरी लाइफ वाला
iv) क्रिएटिव टूल के रूप में: बहुत अधिक मात्रा में और बड़ी-बड़ी इमेजेस को ऐडिट करने, ऑडियो-वीडियो फाइलों को प्रोड्यूस और ऐडिट करने, 3D ऐनिमेशन आदि करने में सक्षम
v) हाइपर्फॉमर: मल्टीटास्किंग, एक साथ कई टैब और ऐप्लीकेशन्स पर काम करने, बेहतरीन प्रोसेसिंग स्पीड और ग्राफिक्स को सुविधा देने वाला, बेहतरीन विज़ुअल ऐक्सपीरियंस देने वाला
इन उपयोगों के आधार पर अपनी जरूरतों को तय करके सबसे पहले आप यह सुनिश्चित कर लें कि अपने लिए आपको किस वर्ग का लैपटॉप चाहिए। इसके बाद आगे बताए गए 15 मापदंडों के आधार पर (बेहतर होगा क्रमवार चलें) आप तय कर सकते हैं कि उस मापदंड के अनुसार आपके लिए कौनसा लैपटॉप सबसे बढ़िया रहेगा।
- प्लेटफॉर्म या ऑपरेटिंग सिस्टम: यह आपके निजी दृष्टिकोण, आपकी सुविधा पर निर्भर करता है कि आप विंडोज़ में काम करना पसंद करते हैं या मैकओएस में या क्रोम में। सबसे पहले यही तय करना आवश्यक है, क्योंकि फिर उसी के मुताबिक आप हार्डवेयर के चयन के लिए आगे बढ़ सकेंगे। यदि विंडोज़ आपका पसंदीदा प्लेटफॉर्म है तो अभी Windows 10 लेटेस्ट है, यदि आप मैकओएस को अपनाना चाहते हैं तो Mac OS X El Capitan एकदम लेटेस्ट है। Chrome OS अब एेंड्रायड ऐप्स को सपोर्ट करता है जिस पर आप गूगल प्लेस्टोर से ऐप्स डाउनलोड कर काम कर सकते हैं।
- कनवर्टिबिलिटी (हाइब्रिड या लैपटॉप-कम-टैबलेट या 2-इन-1): यदि आप यह नहीं तय कर सकते कि आप इसे एक लैपटॉप के रूप में काम में लेंगे या एक टैबलेट के रूप में, तो कोई बात नहीं…कई कंपनियों ने आज चलन को देखते हुए अपने कई मॉडल 2-इन-1 के रूप में बनाए हैं जिन्हें यूज़र जब चाहे तब एक लैपटॉप की तरह से काम में ले सकता है और जब चाहे तब एक टैबलेट की तरह।
आज दो तरह के कनवर्टिबल्स उपलब्ध हैं- एक वो हैं जिनके स्क्रीन पैनल पूरी तरह से घूम कर लैपटॉप के कीबोर्ड/प्रोसेसिंग युनिट पर ही सेट हो जाता है। दूसरे हैं डिटेचेबल्स जिनमें स्क्रीन पैनल और कीबोर्ड/प्रोसेसिंग युनिट से अलग हो जाता है। ध्यान रहे, पहले वाले तरह के कनवर्टिबल्स की बैटरी लाइफ डिटेचेबल्स की तुलना में अधिक होती है। - स्क्रीन का आकार: अापके काम की आवश्यकता और आपके आउटडोर की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए आप तय कीजिए की आपको कितनी बड़ी स्क्रीन ठीक रहेगी। बड़ी स्क्रीन जहाँ एक ओर आपको बड़े वर्किंग एरिया की सुविधा देती है, वहीं दूसरी ओर इसकी वज़ह से लैपटॉप का वज़न भी बढ़ जाता है जिससे आपको आउटडोर में दिक्कत होती है। आज (एकदम हल्के-फुल्के नेटबुक) 10” से लेकर 13”, 15” (सबसे अधिक प्रचलित), 17”, 19” (आपके डेस्कटॉप का पर्याय) और यहाँ तक कि 21” के स्क्रीन वाले लैपटॉप (भारी भरकम गेमिंग के लिए) भी उपलब्ध हैं।
- सीपीयू के स्पेसिफिकेशन्स: कम से कम यह एक ऐसा हिस्सा है जिसमें जहाँ तक संभव हो किसी तरह का समझौता नहीं किया जाना चाहिए। यही वो हिस्सा है जो आपके लैपटॉप की परफॉर्मेंस को निर्धारित करेगा और सबसे ज़्यादा लोग इसी को लेकर भ्रमित होते हैं। यहाँ भी यह ध्यान रहे कि सबसे महँगा या लेटेस्ट ही आपके लिए सबसे बढ़िया है ऐसा जरूरी नहीं है। आप अपनी जरूरत के हिसाब से प्रोसेसर चुनें, यह आपको सस्ता भी पड़ सकता है।
मोटे से तौर पर प्रोसेसर दो कंपनियों के ही चलन में हैं- AMD और Intel. लैपटॉप के टॉप एंड मॉडल और भारी गेमिंग की जरूरतों के लिए AMD के FX या Intel के Core i7 प्रोसेसर बेहतर रहते हैं। इसके बाद AMD के A सीरीज़ वाले A10, A8, A6, A4 प्रोसेसर आते हैं जिनके समकक्ष Intel के Core i5, Core i3 आते हैं जो 3D ग्राफिक्स, म्यूज़िक, वीडियो और हर बिज़नेस ऐप्स को चलाने में सक्षम होते हैं। बहुत हल्के-फुल्के उपयोग के लिए सस्ते संस्करण के लिए AMD के E सीरीज़ के और Intel के M सीरीज़, सेलेरॉन और पैंटियम प्रोसेसर भी आते हैं जो सस्ते भी हैं और इनकी बैटरी की खपत भी कम होती है। - मेन मैमरी या रैम: हालाँकि यहाँ ‘जितनी ज़्यादा, उतनी बेहतर’ कह सकते हैं लेकिन इसके आकार के साथ-साथ लैपटॉप की कीमत भी बढ़ती जाती है। इसे आप बाद में अपग्रेड भी करा सकते हैं, इसलिए यह जरूरी है कि जितनी आवश्यक हो, उतनी ही क्षमता की रैम लें। हाँ, कौनसी रैम लेनी है यह जरूर ध्यान से चुनें कि कितने फ्रीक्वेंसी के मदरबोर्ड पर लगेगी, कितने लेटेंसी की है, कितने बिट वाले ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करेगी आदि क्योंकि इससे आपके लैपटॉप की परफॉर्मेंस पर असर पड़ता है।
आज कई तरह की रैम उपलब्ध हैं जैसे DDR, DDR2, DDR3, DDR4, So-Dimm, SDRAM आदि जिन्हें आप अपने लैपटॉप के कॉनफिगरेशन्स के हिसाब से चुन सकते हैं। फिर 2जीबी, 4जीबी, 6जीबी, 8जीबी या 16जीबी तक के आकार की रैम आप चुन सकते हैं लेकिन ध्यान रहे जितना ज़्यादा बड़ा आकार आप चुनेंगे, उतनी ही कीमत भी चुकानी पड़ेगी। - स्टोरेज मीडियम: आमतौर पर प्रचलित हार्डडिस्क एक सामान्य लैपटॉप के लिए काम में ली जाती हैं। लेकिन आजकल वज़न में हल्की, कम गर्म होने वाली, आवाज़ और कंपनरहित और तीव्रतम स्पीड पर चलने वाली सॉलिड स्टेट ड्राइव (SSD) भी तेजी से अपनाई जा रही हैं, हालाँकि ये अभी बहुत कीमती रहती हैं। SSD की डेटा एेक्सेसिंग स्पीड बहुत तेज़ (सामान्य SATA हार्डड्राइव की स्पीड का तीन गुना) होने के कारण इन लैपटॉप की स्टार्टअप स्पीड बहुत तेज़ हो जाती है।
- स्टोरेज का आकार: सामान्य जरूरतों वाले एक लैपटॉप के लिए 5400 या 7200आरपीएम की स्पीड वाली 500जीबी की हार्डडिस्क भी पर्याप्त है, लेकिन उस लैपटॉप को आप अपने मनोरंजन के लिए बहुत सारे ऑडियो, वीडियो और फोटो आदि भी स्टोर करना चाहें तो 1टीबी (1000जीबी) या 2टीबी के आकार वाली हार्डडिस्क उपयुक्त रहेगी। यदि आप अधिक स्पीड वाली सॉलिड स्टेट ड्राइव लेना चाहें तो आपके पास 128 जीबी, 256जीबी, 512जीबी या 1टीबी के विकल्प उपलब्ध हैं।
- डिस्प्ले रेज़ॉल्यूशन: अधिक रेज़ॉल्यूशन का अर्थ है बेहतर पिक्चर क्वालिटी। लैपटॉप की स्क्रीन के रेज़ॉल्यूशन को हॉरिज़ॉन्टल और वर्टिकल पिक्सेलों की सँख्या में व्यक्त किया जाता है जो कई विकल्पों में उपलब्ध हैं जैसे, Blu-ray मूवीज़ के लिए उपयुक्त Full HD (1920x1080px), हाई डेफिनेशन वाले ग्राफिक्स एवं 3D वीडियोज़ के लिए QHD या मैकबुक के लिए रेटीना डिस्प्ले (2560x1440px) और वास्तविक रंगों के साथ और भी बेहतर वीडियो क्वालिटी के लिए 4K वाला Ultra HD (3840 x 2160px) आदि।
- ग्राफिक्स प्रोसेसर: आपकी ग्राफिक्स की जरूरत के हिसाब से आप अपने लिए ग्राफिक्स प्रोसेसर के विकल्पों में से उपयुक्त चुन सकते हैं। यदि आप हाई एंड ग्राफिक्स वाले गेम्स या 3D वीडियोज़ आदि नहीं चलाने वाले हैं तो आपके लिए इनबिल्ट या इंटीग्रेटेड ग्राफिक्स प्रोसेसर ही काफी है। लेकिन आप वीडियो ऐडिटिंग या हाई एंड ग्राफिक्स काम में लेने वाले हैं तो आपको डेडीकेटेड ग्राफिक्स प्रोसेसर जैसे Intel के Iris 5100 या Nvidia के Geforce 830M की जरूरत होगी।
- टच स्क्रीन: आज कई लैपटॉप टैप, ड्रैग, स्क्रॉल, ज़ूम आदि जैसे फीचर्स वाले टच स्क्रीन के साथ उपलब्ध हैं लेकिन आपको उसके लिए अधिक कीमत देनी होगी। अधिक कीमत ही नहीं, इसके साथ कुछ और कमियाँ भी हैं जैसे इन लैपटॉप्स का वज़न थोड़ा ज़्यादा होता है, बैटरी की क्षमता कम रहती है आदि। यूज़र्स के अनुभव के अनुसार टच स्क्रीन वाले लैपटॉप पर काम करना किसी टैबलेट पर काम करने जितना सहज भी नहीं है। इसलिए जबतक आप इसके उपयोग और इसके अनुभव के बारे में पूरी तरह से आश्वस्त न हों, तब तक इस फीचर पर अतिरिक्त पैसा खर्चना बेकार है। और यदि आपने Mac OS X El Capitan अपनाने का विचार बनाया है तब तो आपको यह फीचर मिलेगा ही नहीं क्योंकि मैकबुक में टच स्क्रीन नहीं है।
- बैटरी लाइफ: यदि आप लैपटॉप को सिर्फ अपनी डेस्क पर या घर के अंदर ही उपयोग करने वाले हैं तो आपको बैटरी लाइफ के बारे में कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है। यदि आप आउटडोर काम करने वाले हैं या बहुत देर तक घर से बाहर रहने वाले हैं तो कम से कम 6 से 8 घंटे की क्षमता वाली बैटरी को चुनें। मैकबुक प्रो और मैकबुक एयर 10 से 12 घंटे की पावर सप्लाई वाली बैटरी की सुविधा देते हैं।
- वज़न: फिर से, यदि आप इसे अपने घर या ऑफिस की डेस्क पर ही रखकर काम करने वाले हैं तब तो चिंता की कोई बात नहीं है लेकिन यदि आप इसे उठाकर दिनभर इधर से उधर घूमने वाले हैं और या फिर लंबे समय तक इसे अपनी गोद में रखकर काम करने वाले हैं तो इसका वज़न आपको परेशान कर सकता है। स्क्रीन का आकार, स्टोरेज मीडियम, बैटरी का आकार, ऑप्टिकल ड्राइव की मौजूदगी आदि ऐसे फीचर है जिनसे लैपटॉप का वज़न बढ़ जाता है।
- कनेक्टिविटी: लैपटॉप को अन्य डिवाइसेस जैसे पोर्टेबल स्टोरेज, डिजिटल कैमरे, टीवी, होम थिएटर और इंटरनेट से आदि से जोड़ने के लिए पोर्ट्स और वाई-फाई या bluetooth जैसे वायरलेस कनेक्शन की सुविधाओं पर ध्यान देना भी जरूरी है। USB 2.0, USB 3.0 के अलावा अब USB Type-C जैसे तीव्रतम कनेक्टर भी उपलब्ध हैं। बहुत तेज़ी से हाई डेफिनेशन वीडियो को ट्रांसफर करने के लिए थंडरबोल्ट या मिनिडिस्प्ले पोर्ट बहुत उपयोगी रहता है। हाई डेफिनेशन वीडियो को प्रोजेक्टर या LED पर ऑडियो सिग्नल्स के साथ ट्रांसफर करने के लिए HDMI स्लाट होना जरूरी है। विभिन्न प्रकार के मीडिया कार्ड्स को पढ़ सकने वाला मीडिया कार्ड स्लॉट भी आज एक जरूरी फीचर हो गया है।
- सर्विस: एक लैपटॉप को खरीदने के बाद इसमें किसी प्रकार की समस्या आने पर विक्रेता या कंपनी की ओर से मिलने वाले सपोर्ट की पूरी जानकारी ले लें। इसकी वारंटी कितने समय तक की है, किन-किन शर्तों के साथ यह वारंटी लागू है, किन परिस्थितियों में यह लागू नहीं होगी, विक्रेता या कंपनी में से कौन इसकी मरम्मत के लिए जिम्मेदार होगा, इसकी मरम्मत कहाँ होगी, जब तक यह लैपटॉप मरम्मत के लिए सर्विस सेंटर में रहेगा उतने दिन तक काम चलाऊ वैकल्पिक व्यवस्था कौन करेगा आदि। कई निर्माता या विक्रेता अतिरिक्त चार्ज लेकर आपके लैपटॉप की वारंटी अवधि बढ़ाने की सुविधा भी देते हैं।
- कीमत: अब तक बताए गए सब फीचर्स का आकलन करने के बाद अब आखिर में, जो कि शुरू में ही लगभग तय कर लिया था, उस बिंदु को फिर से गौर करने की आवश्यकता है- आपका बजट। आपने सारे फीचर्स देखकर अपने जरूरत के हिसाब से जो ‘सबसे उपयुक्त लैपटॉप’ तय कर लिया है, अब बारी है उसके लिए कीमत चुकाने की। इसके लिए बेहतर होगा कि आप अपने तय किए हुए स्पेसीफिकेशन्स को ध्यान में रखते हुए दो-चार नज़दीकी स्टोर्स में जाकर विभिन्न कंपनियों/ब्रांड के लैपटॉप देखें और उनकी कीमतों की तुलना करें। इसके लिए आप ऑनलाइन स्टोर्स पर भी जानकारी ले सकते हैं। फिर जहाँ से भी आपको सबसे उचित दाम पर अपने तय किए हुए फीचर्स वाला लैपटॉप मिले, आप वहाँ से खरीद लें।
आज हल्का-फुल्का काम और नेट सर्फिंग करने वाले शुरुआती स्तर के नेटबुक्स 17 से 20 हज़ार रुपए में भी मिल जाते हैं। एक मध्यम स्तर का आफिस का काम करने वाला और मनोरंजन करने वाला लैपटॉप 22 से 35 हज़ार रुपए में मिल सकते हैं। एक सक्षम और बेहतर ऑडियो-वीडियो के अनुभव देने वाला लैपटॉप आपको 40 से 60 हज़ार रुपए में मिल सकते हैं। हाई एंड ग्राफिक्स और 3D ऐनिमेशन, वीडियो ऐडिटिंग की सुविधाएँ देने वाला और बड़ी स्क्रीन वाला लैपटॉप आपको 70 हज़ार से 1.5 लाख रुपए तक में मिल सकता है।
स्मार्ट टिप: लैपटॉप खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें कि विक्रेता आपको लैपटॉप की कीमत में मुफ्त और क्या दे रहा है। कई बार विक्रेता अपनी सेल बढ़ाने के लिए या किसी त्योहार आदि के मौके पर कोई स्कीम शुरू कर देते हैं जिसके अंतर्गत आपको लैपटॉप के साथ ऑपरेटिंग सिस्टम की लाइसेंस कॉपी, MS Office, एंटी वायरस, लैपटॉप स्लीव्स, लैपटॉप बैग, माउस, कवर्स और अन्य ऐक्सेसरीज़ आदि मुफ्त में मिल सकते हैं।
आप यह सोचकर बैठे नहीं रह सकते कि मुझे लैपटॉप अभी लेना चाहिए या इसके ऐडवांस वर्ज़न के लिए इंतज़ार करना चाहिए। क्योंकि यह बात लैपटॉप पर ही नहीं बल्कि हर तकनीकी प्रोडक्ट पर लागू होती है। हर नए दिन के साथ तकनीक आगे बढ़ती ही रहने वाली है, आज खरीदी हुई आपकी चीज आने वाले कल की तुलना में पुरानी होने ही वाली है। इसलिए बहुत सोच समझ कर, जो आज के हिसाब से, और उससे भी जरूरी है- जो आप के हिसाब से सबसे सही हो, वही लैपटॉप खरीदें और इसका भरपूर लाभ उठाएँ।